उत्तर प्रदेश विजिलेंस विभाग ने शनिवार सुबह एक बड़ी कार्रवाई करते हुए रिटायर्ड पुलिस इंस्पेक्टर प्रेमवीर सिंह राणा के सहारनपुर स्थित आवास पर छापेमारी की।साथ ही साथ उनके फार्म हाउस समेत कई ठिकानों पर भी एक साथ छापेमारी की। यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति रखने पर की गई।विजिलेंस की यह टीम मेरठ सतर्कता अधिष्ठान से आई है और सुबह से लगातार जांच जारी है।
सुबह से जारी तलाशी अभियान
मिली जानकारी के अनुसार विजिलेंस टीम ने शनिवार सुबह ही ब्रजेश नगर स्थित प्रेमवीर सिंह राणा के घर और पेपर रोड पर बने फार्म हाउस पर छापेमारी की। विजिलेंस टीम ने संपत्ति से जुड़े दस्तावेज, बैंक खातों के रिकॉर्ड, जमीनों की रजिस्ट्री और कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त किए हैं।जांच के दौरान टीम ने घरों और फार्म हाउस के अंदर मौजूद सभी वस्तुओं की वीडियोग्राफी कराई, ताकि जांच के दौरान साक्ष्य सुरक्षित रह सकें।मिली जानकारी के अनुसार तलाशी के दौरान टीम को कई ऐसे दस्तावेज मिले हैं जिनसे यह संकेत मिलता है कि रिटायर्ड इंस्पेक्टर की घोषित आय और वास्तविक संपत्ति के बीच काफी बड़ा अंतर है।

2.92 करोड़ की संदिग्ध संपत्ति का खुलासा
विजिलेंस जांच में अब तक यह सामने आया है कि प्रेमवीर सिंह राणा के पास लगभग ₹2.92 करोड़ रुपये की संपत्ति ऐसी है, जो उनकी वैध आय से कहीं अधिक है।22 सितंबर 2025 को मेरठ के सतर्कता अधिष्ठान थाने में उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। जांच के दौरान राणा यह साबित नहीं कर सके कि यह संपत्ति उन्होंने किस वैध आय से अर्जित की।
कई जिलों में रही तैनाती
रिटायर्ड इंस्पेक्टर प्रेमवीर सिंह राणा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में तैनात रहे हैं। वे शामली के कैराना थाने में प्रभारी निरीक्षक रहे हैं और इसके अलावा मेरठ, सहारनपुर, शामली और नोएडा जैसे संवेदनशील जिलों में भी उनकी पोस्टिंग रही।ड्यूटी के दौरान उन पर अवैध संपत्ति अर्जित करने के आरोप पहले भी लग चुके हैं।
सात स्थानों पर एक साथ छापेमारी
विजिलेंस की टीम ने एक ही समय पर सहारनपुर के ब्रजेश नगर स्थित घर, पेपर रोड के फार्म हाउस और अन्य पांच ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की।राणा के एक ही गली में चार मकान हैं। इनमें से एक में वे अपनी पत्नी और बेटे के साथ रहते हैं, दूसरा किराए पर है, तीसरे में उनका निजी सामान रखा है जबकि चौथा घर बंद था।इसके अलावा, शेखपुरा कदीन गांव में लगभग 12 बीघे का फार्म हाउस भी उनके नाम बताया गया है, जहां विजिलेंस की टीम ने चार स्थानों पर तलाशी की।

विजिलेंस विभाग की सख्त निगरानी
विजिलेंस टीम ने तलाशी के दौरान पुलिस बल की मांग की थी, जिसके बाद कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर भेजी गई।पुलिस ने कहा कि यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के मुकदमे से संबंधित है और जांच में मिले सभी दस्तावेजों को जब्त कर आगे की जांच की जाएगी।विजिलेंस टीम ने जिन दस्तावेजों और इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड को कब्जे में लिया है, उनकी जांच के बाद आगे की कार्रवाई तय होगी।अगर जांच में यह साबित होता है कि संपत्ति अवैध तरीके से अर्जित की गई, तो रिटायर्ड इंस्पेक्टर प्रेमवीर सिंह राणा की संपत्ति कुर्क की जा सकती है। साथ ही, गिरफ्तारी की कार्रवाई भी संभव है।इस छापेमारी से पुलिस विभाग और स्थानीय प्रशासन में हड़कंप मच गया है। वहीं, राणा के गांव में इस कार्रवाई की चर्चा जोरों पर है।










