पंजाब में रोजाना सरकारी बसों में सफर करने वालों के लिए अहम खबर सामने आई है।आज पंजाब रोडवेज़ और पनबस के कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन के कर्मचारियों ने 23 अक्टूबर को हड़ताल करने का फैंसला लिया है ।यह हड़ताल दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक रहेगी।इस दौरान पंजाब की रोडवेज बसें की सेवाएं चंडीगढ़ के सेक्टर-43 बस स्टैंड पर बंद रहेंगी। यूनियन ने सरकार को दोपहर 2 बजे तक अपनी मांगें पूरी करने का समय दिया है। यदि इस समय तक कोई समाधान नहीं निकला, तो हड़ताल को आगे बढ़ाया जा सकता है।
हड़ताल की वजह
कर्मचारियों का विरोध पंजाब सरकार द्वारा वॉल्वो और HVAC बसों के लिए नए टेंडर जारी करने के फैसले के खिलाफ है। ये टेंडर 17 नवंबर को खोले जाएंगे। यूनियन का कहना है कि जब तक यह टेंडर रद्द नहीं किए जाते, उनका विरोध जारी रहेगा।
राज्य भर में प्रदर्शन
इस हड़ताल के तहत अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, पटियाला और संगरूर में भी प्रदर्शन किए जाएंगे। यूनियन ने राज्य स्तरीय सड़कों को जाम करने की चेतावनी दी है। जालंधर में यूनियन दोपहर 12 बजे बस स्टैंड पर धरना शुरू करेंगे और रामा मंडी फ्लाईओवर के नीचे हाईवे पर यातायात रोक दिया जाएगा। इस दौरान किसी भी सरकारी बस की आवाजाही नहीं होगी।
यूनियन की मांगें
यूनियन प्रमुख ने बताया कि सरकार सरकारी बस सेवाओं को निजी कंपनियों को सौंपने की तैयारी कर रही है। उनका कहना है कि इससे सरकार को आर्थिक नुकसान होगा और आम जनता की सरकारी बस सेवाएं प्रभावित होंगी। इसके अलावा कर्मचारियों ने वेतन में लगातार देरी और दिवाली जैसे त्योहारों पर भी तनख्वाह समय पर न मिलने की शिकायत की।
कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार उनकी मांगें नहीं मानती है, तो हड़ताल अनिश्चितकालीन हो सकती है और राज्य स्तर पर सड़क जाम किए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले तरनतारन उप-चुनाव में सरकार के खिलाफ प्रचार किया जाएगा।
पंजाब रोडवेज़ का दायरा
पंजाब रोडवेज़ की बसें वर्तमान में 577 रूटों पर चलती हैं। इनमें पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड के मार्ग शामिल हैं। रोज़ाना ये बसें लगभग 3,55,827 किलोमीटर का सफर तय करती हैं। निगम में कुल 3,065 कर्मचारी कार्यरत हैं, जिनमें 1,310 नियमित कर्मचारी और 1,755 कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी शामिल हैं।