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GEN-Z युवा आंदोलनों का असर: मेडागास्कर में हिंसक प्रदर्शन,पानी-बिजली कटौती के विरोध में युवा उतरे सड़कों पर, 22 लोगों की मौत, राजधानी में कर्फ्यू हुआ लागू

अफ्रीकी देश मेडागास्कर में पानी और बिजली की कमी को लेकर शुरू हुए व्यापक जन आंदोलन ने राष्ट्रपति एंड्री राजोइलिना की सरकार को संकट में डाल दिया। रविवार और सोमवार की रात तक प्रदर्शन और सैन्य विद्रोह के बीच, राष्ट्रपति राजोइलिना देश छोड़कर सुरक्षित स्थान पर चले गए। विपक्ष, सेना और विदेशी राजनयिकों ने उनके देश छोड़ने की पुष्टि की है।

प्रदर्शन की शुरुआत और Gen-Z का रोष

25 सितंबर से मेडागास्कर में युवा जनसंख्या, विशेषकर Gen-Z, पानी और बिजली की लगातार कटौती के विरोध में सड़कों पर उतर आई। नेपाल और केन्या में इसी तरह की युवा आंदोलनों से प्रेरित होकर, मेडागास्कर के युवा प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की। शुरू में शांतिपूर्ण विरोध के रूप में शुरू हुआ यह आंदोलन जल्दी ही हिंसक रूप ले गया, जिसमें अब तक 22 लोग मारे गए और दर्जनों घायल हुए।

प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांगें

पानी और बिजली की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करना।राष्ट्रपति एंड्री राजोइलिना और मंत्रियों के इस्तीफे की मांग।संविधान का सम्मान और लोकतांत्रिक प्रक्रिया की रक्षा।

सेना का रुख बदलता है, सत्ता संकट गहराता है

आरंभ में राष्ट्रपति राजोइलिना का समर्थन करने वाली उनकी सबसे शक्तिशाली सेना इकाई CAPSAT ने अचानक प्रदर्शनकारियों के साथ कदम मिला लिया। यह वही यूनिट है जिसने 2009 में तख्तापलट के दौरान राजोइलिना को सत्ता दिलाई थी। रविवार को CAPSAT के अधिकारियों ने राजधानी एंटानानारिवो के मुख्य चौक पर प्रदर्शनकारियों के बीच आकर घोषणा की कि वे अब सेना का नियंत्रण अपने हाथ में ले रहे हैं और प्रदर्शनकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।इसके बाद जेंडरमेरी (अर्धसैनिक बल) के कुछ हिस्सों ने भी प्रदर्शनकारियों का समर्थन करना शुरू किया, जिससे राष्ट्रपति की स्थिति और अधिक कमजोर हो गई। सुरक्षा बलों की इसी निष्ठा परिवर्तन ने सरकार के विरोध को और मजबूत कर दिया।

राष्ट्रपति का देश छोड़ना और संबोधन

सोमवार की देर रात, राष्ट्रपति राजोइलिना ने फेसबुक लाइव के माध्यम से देशवासियों को संबोधित किया। अपने भाषण में उन्होंने कहा कि अपनी और पत्नी की जान की सुरक्षा के लिए उन्हें सुरक्षित स्थान पर जाना पड़ा। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि वह कहां हैं।

राजोइलिना ने कहा:

“मुझे अपने जीवन की सुरक्षा के लिए सुरक्षित स्थान खोजने के लिए मजबूर होना पड़ा। मेरे देश में सत्ता हथियाने का अवैध प्रयास किया जा रहा है। मैं मेडागास्कर को बर्बाद नहीं होने दूंगा।”उन्होंने देशवासियों से संयम बनाए रखने और संविधान का सम्मान करने की अपील की, लेकिन राष्ट्रपति पद से इस्तीफे की कोई घोषणा नहीं की।

फ्रांस की भूमिका और विदेश संबंध

सूत्रों के हवाले से बताया कि राष्ट्रपति राजोइलिना को  फ्रांस के सैन्य विमान के माध्यम से देश से बाहर ले जाया गया। मेडागास्कर कभी फ्रांस की कॉलोनी रहा है और राजोइलिना के पास कथित तौर पर फ्रांसीसी नागरिकता भी है। हालांकि, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इस मामले में कोई पुष्टि नहीं की है।

हालात: कर्फ्यू और शहरों में तनाव

प्रदर्शनकारियों के हिंसक होने के बाद एंटानानारिवो और उत्तरी बंदरगाह शहर एंटसिरानाना में कर्फ्यू लागू किया गया। व्यापारिक और सार्वजनिक जीवन प्रभावित हुआ, और ट्रेड यूनियनों ने भी विरोध में शामिल होकर आंदोलन को और गति दी। Gen-Z प्रदर्शनकारियों ने सोशल मीडिया और इंटरनेट के माध्यम से प्रदर्शन की योजना बनाई और इसे नेपाल व श्रीलंका के विरोध प्रदर्शनों से प्रेरित बताया।

 

 

 

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